OTDR क्या है कैसे काम करता है :Cut या Break, मुड़ी Cable, गंदे टूटे कनेक्टर, Signal Losses कैसे पता करें

इस आर्टिकल में हम आपको बतायेगें कि OTDR क्या है (What Is OTDR In Hindi) ओटीडीआर को उपयोग में क्यों लाया जाता है, ओटीडीआर कैसे काम करता है और टीडीआर का फुल फॉर्म क्या है (OTDR Ka Full Form Kya Hai) । आप में से बहुत लोगों को यह Doubt हमेशा बना रहता होगा कि ये OFC (Optic Fiber Cable) के कट जानें या कुछ उसमें प्रॉब्लम आ जाने से पता कैसे चल पाता है कि कहां पर Cable में ये प्रॉब्लम आ रही होती है । दोस्तों आपको बता दें कि इन सब का पता करने के लिए ओटीडीआर डिवाइस (OTDR Device) का प्रयोग किया जाता है ।

What Is OTDR In Hindi - ओटीडीआर क्या है और कैसे काम करता है
What Is OTDR In Hindi – ओटीडीआर क्या है और कैसे काम करता है ?

आज सभी प्रश्नों का उत्तर ओटीडीआर से संबंधित इस आर्टिकल में आपको मिल जाएंगे तो चलिए दोस्तों इन सभी प्रश्नों के उत्तर एक-एक करके जानते हैं ।

ओटीडीआर क्या है ?

What Is OTDR In Hindi

ओटीडीआर का फुल फॉर्म -ऑप्टिकल टाइम डोमेन रिफलेक्टो मीटर (Optical Time Domain Reflectometer) होता है । OTDR की मदद से ऑप्टिकल फाइबर केबल (OFC) में यदि कोई Cut या Break, मुड़ी हुई Cable का पता करना, गंदे एवं टूटे हुए कनेक्टर, Signal Losses आदि समस्याओं का पता करने के लिए किया जाता है ।

अर्थात दोस्तों अगर संक्षेप में बताएं तो इसका ओटीडीआर टेस्टर का उपयोग ओ एफ सी लिंक में Connectivity Problem को टेस्ट करने और पता करने में किया जाता है । मतलब ओटीडीआर द्वारा Expected Events – जैसे Fiber Ends, Splice, कनेक्टर आदि और Unexpected Events – जैसे Cable Cut आदि का पता लगाने के लिए किया जाता है ।

ओटीडीआर कैसे काम करता है ?

How Does OTDR Works In Hindi

OTDR क्या है और कैसे काम करता है ?
OTDR क्या है और कैसे काम करता है ?

दोस्तों आपको बता दें कि जब भी आप ओटीडीआर में Cable समस्या से संबंधित रिजल्ट पता करते हैं ये रिजल्ट और ओटीडीआर की स्क्रीन पर या फिर ओटीडीआर का किसी बड़े कंप्यूटर स्क्रीन से कनेक्शन करके, स्क्रीन पर Cable Connection/Cable Cut/Cable Bend आदि OFC से संबंधित समस्या का पता कर पाते हैं ।

दोस्तों आपको बता दें कि Cable समस्या का परिणाम स्क्रीन पर x- अक्ष पर y- अक्ष में दिखाई देता है, जिसको हम लोग Live देखकर समझ सकते हैं और निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि Cable में क्या समस्या आ रही है ।

जब हम लोग Light Pulses (मीटर में) को Cable के एक End से दूसरे End की तरफ भेजते हैं या फिर Cable Cut, Cable Bend, Unclean एवं Broken Connecter के कारण Light Pulses की वापसी को मतलब Light Pulses को ओटीडीआर के स्क्रीन पर बने ग्राफ में x- अक्ष पर मीटर में दिखाई देता है कि, कितने मीटर तक Light Pulses का आवागमन हुआ है ।

इसी प्रकार y- अक्ष पर जोकि OTDR की स्क्रीन में ग्राफ बना है, उसमें Light Pulses का Power Level दिखाई देता है, जिसको हम लोग डेसिबल (dB) में मापते हैं ।

ओटीडीआर टेस्टर का उपयोग क्या होता है ?

What Are The Uses Of OTDR Tester In Hindi

ओटीडीआर Tester का उपयोग Communication में Optic Fiber Cable में समस्या का पता लगाने के लिए, कई जगह उपयोग किया जाता है ।

ओटीडीआर टेस्टर का क्या उपयोग होता है - What Are The Uses Of OTDR Tester In Hindi
ओटीडीआर टेस्टर का क्या उपयोग है ?

1. इसको OFC के काटने या OFC में रुकावट आने पर प्रयोग में लाया जाता है ।

2. उस दूरी को पता करने के लिए भी ओटीडीआर को उपयोग में लाया कि लगभग कितनी दूरी पर फाइबर केबल Disconnect है, इसको मीटर में मापा जाता है ।

3. ओटीडीआर की मदद से केबल कनेक्टर का स्टेटस पता करने में किया जाता है कि कितनी दूरी पर कनेक्टर टूटा हुआ है या कनेक्टर साफ सुथरा नहीं है ।

4. ओटीडीआर का उपयोग OFC के तीव्र मुडने या टूटने में उपयोग में लाया जाता है । साथ ही साथ फाइबर केबल लिंक में 2 पॉइंट के बीच की दूरी को पता लगाने में भी उपयोग में लाया जाता है ।

5. अगर OFC गलत तरीके से जमीन में बिछाई (Lay Out) गई है जिसके कारण कुछ Light Leaking होती हैं, उसको भी पता करने में OTDR का उपयोग होता है ।

6. अगर Fiber Path Cards अलग-अलग प्रकार के या गलत Core Size में उपयोग में लाया गया है, तो इसका पता करने में भी OTDR का उपयोग किया जाता है ।

  1. OFC के कनेक्शन का Problem पता करने में भी इसका उपयोग किया जाता है जोकि End To End Link Losses, Optical Return Losses, Point Of High Losses जैसे Signal Losses को पता करने में किया जाता है ।

  2. अलग-अलग प्रकार की Cable अर्थात् Mismatched Fiber Cable को पता करने में भी प्रयोग किया जाता है । जैसे 62.5 mm एवं 50 mm को अगर एक साथ Connect कर दिया जाए तो OTDR से पता चल जाएगा ।

अलग-अलग एवं Mismatched फाइबर केबल होने पर Light Signal की तीव्रता प्रभावित होती है । उपयुक्त समस्या आने पर सिग्नल पावर प्रभावित होता है जिस कारण संचार प्रभावित होता है ।

अच्छे ओटीडीआर की विशेषता क्या होता है ?

अच्छे ओटीडीआर की विशेषताएं निम्नलिखित होती हैं:

बेहतर संवेदनशीलता: अच्छे ओटीडीआर डिवाइस संवेदनशीलता में बेहतर होते हैं जो ओप्टिकल फाइबर के लिए बहुत जरूरी होता है।

बेहतर निष्कर्ष: अच्छे ओटीडीआर के पास बेहतर निष्कर्ष के साथ स्कैनिंग अलग-अलग मोड में दिए जाते हैं जो फाइबर के अंत से बेहतर जानकारी प्रदान करता है।

बेहतर बैटरी लाइफ: अच्छे ओटीडीआर में बेहतर बैटरी लाइफ होता है जो इसे फील्ड में उपयोग करने के लिए बेहतर बनाता है।

बेहतर संपूर्णता: अच्छे ओटीडीआर विशेषताओं में से एक है कि वे संपूर्णता में बेहतर होते हैं जो उपयोगकर्ता को बेहतर फाइबर मानकों को निश्चित करने में मदद करता है।

बेहतर सहयोग: अच्छे ओटीडीआर डिवाइस के साथ अधिक सहयोग करने वाले सॉफ्टवेयर होते हैं जो उपयोगकर्ताओं को बेहतर परिणाम प्राप्त करने में मदद करते हैं।

निष्कर्ष

दोस्तों मैं आशा करता हूं कि हमारा यह आर्टिकल OTDR क्या है , ओटीडीआर कैसे काम करता है और ओटीडीआर से संबंधित सारा कुछ मैंने इस आर्टिकल में दिया है, आपको कैसा लगा हमें कमेंट के माध्यम से बता सकते हैं । दोस्तों अगर यह आर्टिकल आपके लिए हेल्पफुल रहा है तो इसको आप अपने दोस्तों तक भी शेयर कर सकते हैं ।

धन्यवाद…

FAQ

  • ओटीडीआर का फुल फॉर्म क्या है ?

OTDR का पूर्ण रूप “Optical Time Domain Reflectometer” (ऑप्टिकल टाइम डोमेन रिफ्लेक्टोमीटर) होता है। यह ऑप्टिकल फाइबर के एंड-टू-एंड अटेन्यूएशन, सिग्नल डिस्टोर्शन और लॉस को मापने के लिए उपयोग किया जाता है।

  • ओटीडीआर का काम क्या है ?

OTDR ऑप्टिकल फाइबर की अटेन्यूएशन, सिग्नल डिस्टोर्शन और लॉस का मापने के लिए उपयोग किया जाता है।

  • ओटीडीआर कैसे काम करता है ?
OTDR ओप्टिकल फाइबर पर लेजर पल्स भेजता है। जब यह पल्स फाइबर के एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाता है, तो वह फाइबर में मौजूद अवरोही रिफ्लेक्शन और ट्रांसमिशन के अंतर से गुजरता है जिससे सिग्नल में बदलाव होता है। OTDR उस पल्स के बदलावों को मापता है और फाइबर के संपूर्ण लंबाई पर अटेन्यूएशन, सिग्नल डिस्टोर्शन और लॉस के बारे में जानकारी प्रदान करता है।
  • OTDR दूरी कैसे मापता है ?
ओटीडीआर रडार की तरह एक सिस्टम का उपयोग करता है। यह सिग्नल भेजता है और फाइबर से प्रतिध्वनियों के लिए ‘सुनता’ है। यदि यह प्रकाश की गति को जानता है और प्रकाश को फाइबर के साथ यात्रा करने में लगने वाले समय को माप सकता है, तो फाइबर की लंबाई की गणना करना एक आसान काम है।

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