स्पेक्ट्रम क्या होता है

दोस्तों आज मैं आपको स्पेक्ट्रम (Spectrum) के बारे में विस्तार से बताऊंगा, दोस्तों जैसा कि आपको पता है इस Technology के जमाने में, जब भी आप घर पर कोई भी Electronic Device को देखते हैं, जैसे- टीवी का रिमोट, WiFi Router, मोबाइल, FM आदि ये सभी Device, वायरलेस है और सभी उपयुक्त डिवाइस है कैसे काम करती हैं, इसके बारे में इस आर्टिकल में आपको बताया जाएगा ।

दोस्तों स्पेक्ट्रम को अच्छे से समझने के लिए सबसे पहले आप यह महत्वपूर्ण उदाहरण अवश्य समझ ले, जिससे कि आप Spectrum और Frequency को अच्छे से जान पाएंगेइसके बाद ही मैं स्पेक्ट्रम की परिभाषा बताऊंगा ।

उदाहरण

दोस्तों जब आप हाईवे (Highway) पर गुजर रहे होते हैं, तो आपने देखा ही होगा कि सफेद लाइन (White Lines) के माध्यम से सड़क अलग-अलग LANE में बटा होता है । यह सब सड़क दुर्घटना को कम करने के लिए किया जाता है, जैसे Bike के लिए अलग रास्ता, छोटी और बड़ी गाड़ियों के लिए अलग-अलग रास्ता दिया जाता है,

जिससे कि वे सभी गाड़ियां अपने-अपने LANE में ही यात्रा (Travel) करें और दुर्घटना होने से बच सकें ।

इसी प्रकार जब हम लोग जब FM, Radio Receiver पर गाने, TV पर News, Match आदि को देखते या सुनते हैं तो हम लोग Channel को बदल-बदल कर, अलग-अलग कार्यक्रम को देखते और सुनते हैं । यह सभी अलग-अलग चैनल, अलग-अलग Frequency पर काम करते हैं ।

दोस्तों अगर ये सभी Channel एक ही Frequency पर काम करने लगे, तो हमें कुछ भी समझ में नहीं आएगा और अलग-अलग कार्यक्रम की आवाजें भी एक साथ टकराने लगेंगी । इसलिए अलग-अलग चैनल के लिए अलग-अलग Frequency का इस्तेमाल होता है और अलग-अलग Device जैसे- Mobile, TV का रिमोट, Bluetuth, Router आदि सभी इलेक्ट्रॉनिक Device अलग-अलग Frequency पर काम करते हैं और अलग-अलग डिवाइस के लिए यह Frequency किसी एक निश्चित Spectrum में बटी होती हैं ।

स्पेक्ट्रम क्या होता है – What is Spectrum in Hindi

सामान्य शब्दों में कहें तो स्पेक्ट्रम (Spectrum), Frequency का एक रेंज (Range) होता है । जैसा कि आपको ऊपर बताया गया है कि अलग-अलग Electronic Device, अलग अलग Frequency पर काम करती हैं ।

इसे हिंदी में वर्णक्रम (रंगों का क्रम) कहा जाता है जिसे प्रिज्म पर सूर्य का प्रकाश डालने के बाद अलग-अलग रंगों में प्राप्त किया जाता है । 

 

क्या कोई भी, किसी भी Frequency पर काम कर सकता है ?

इसका जवाब है नहीं, दोस्तों सरकार द्वारा, संचार कंपनियों को नीलामी (Auction) के माध्यम से एक निश्चित Frequency, एक निश्चित समय के लिए दे दी जाती है । संचार कंपनियां उसी निश्चित Frequency पर काम कर सकती हैं, किसी दूसरे की Frequency पर काम नहीं कर सकती हैं ।

मोबाइल के लिए 1G, 2G, 3G, 4G, 5G स्पेक्ट्रम, TV रिमोट और WiFi आदि डिवाइस के लिए अलग-अलग स्पेक्ट्रम दिया गया है, जिससे की सभी Devices एक निश्चित स्पेक्ट्रम और Frequency पर काम करते रहते हैं ।

केंद्र सरकार द्वारा, स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए सबसे पहले “न्यूनतम मूल्य” को निर्धारित किया जाता है उसके बाद एक अधिसूचना जारी की जाती है और कंपनियां, एक निश्चित तिथि को स्पेक्ट्रम की बोली लगाती हैं । यह कंपनियां सरकार को स्पेक्ट्रम के बदले रुपए देती हैं और अपने ग्राहकों को सेवाएं प्रदान करती हैं एवं यह कंपनियां ग्राहकों से यह सेवाओं के बदले रुपए वसूल करती हैं 

स्पेक्ट्रम की नीलामी (Auction) क्यों की जाती है ?

दोस्तों सभी प्राकृतिक संसाधनों पर उस देश की सरकार का अधिकार होता है । जैसा कि आपने सुना ही होगा की जैसे पेट्रोलियम, धातुओं, कोयला, मोरंग आदि चीजों पर सरकार का अधिकार होता है, उसी प्रकार से Spectrum और Frequency पर भी उस देश की सरकार का अधिकार होता है । जिसे नीलामी के माध्यम से संचार कंपनियों को बेंचा जाता है । Frequency खरीदने वालों को सरकार द्वारा, उस निश्चित Frequency या स्पेक्ट्रम पर सही तरीके से काम करने का अधिकार मिल जाता है, जिससे कि टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में देश के विकास में सहायक बन सके।

स्पेक्ट्रम की खोज कैसे हुई ?

इसकी खोज सन 1666 में आई जेक न्यूटन द्वारा की गई जब आइज़क न्यूटन एक बंद कमरे में बैठे हुए थे तभी एक खिड़की में छेद के माध्यम से सूर्य का प्रकाश कमरे में आ रहा था और वह प्रकाश की किरण, एक प्रिज्म होकर पर्दे पर पड़ रहा था । यह प्रकाश की किरण वादे पर सात रंगों में विभाजित हो रही थी जिसका क्रम बैजानीहपीनाला (VIBGYOR) अर्थात बैगनी, जामुनी, नीला, हरा, पीला, नारंगी, लाल था ।

इसके बाद न्यूटन ने प्रयोगशाला में कई परीक्षण किए जिसमें पाया कि इनका क्रम बार-बार बैगनी, जामनी, नीला, हरा, पीला, नारंगी व लाल आया । प्रकाश की इस पट्टी को उन्होंने स्पेक्ट्रम (Spectrum) नाम दिया । और सिद्ध किया कि प्रकाश में सात रंग होते हैं ।

दोस्तों स्पेक्ट्रम या नीलामी से संबंधित आपको ये जानकारी कैसी लगी, इसकी प्रतिक्रिया या सुझाव हमें कमेंट बॉक्स के माध्यम से जरूर दें

 

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